खसखस की तासीर गर्म होती है या ठंडी? खसखस खाने के फायदे और नुकसान

जानिए खसखस के सेहत के लाभ ( khaskhas ke fayde) और नुकसान ( khaskhas ke nuksan), साथ ही इसकी तासीर के बारे में – क्या यह गरम होता है या ठंडा?

खसखस का परिचय

खसखस, जिसे अंग्रेजी में ‘Poppy Seeds’ कहा जाता है, भारतीय रसोईयों में सामान्यत: मिठाई बनाने के लिए प्रयुक्त होने वाला एक अहम उपयोगिता सामग्री है। इसके बारे में सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि खसखस की तासीर गरम होती है या ठंडी?

खसखस की तासीर: गरम या ठंडी?

खसखस को लेकर लोगों के मन में एक सामान्य सवाल है – क्या इसकी तासीर गरम होती है या ठंडी? यहां हम इस सवाल का उत्तर ढूंढेंगे।

खसखस की तासीर का मूख्य कारण उसमें पाए जाने वाले पोपी और ओपियम यौगिकों में है। इन यौगिकों के कारण, खसखस को गरमी प्रदान होती है। इसलिए, इसे गरम तासीर वाले आहार का हिस्सा माना जाता है। हालांकि, यह इतना गरम नहीं होता कि इसका सेवन बिना माना जाए। इसलिए, खसखस की मात्रा को संतुलित रूप से रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

खसखस खाने के फायदे ( khaskhas khane ke fayde )

अब हम जानते हैं कि खसखस गरमी प्रदान करता है, लेकिन क्या यह हमारे लिए फायदेमंद है? यहां कुछ मुख्य खसखस खाने के फायदे हैं:

1. आरामदायक नींद:

खसखस में मौजूद यौगिकें शांति और आराम प्रदान कर सकती हैं, जिससे अच्छी नींद आती है।

2. शीतलता और ताजगी:

खसखस का सेवन शरीर को शीतलता और ताजगी महसूस कराता है, जिससे दिनभर की थकान कम होती है।

3. सीने का दर्द कम करें:

खसखस में अन्तियोक्सीडेंट्स होते हैं, जो सीने के दर्द को कम कर सकते हैं।

4. आत्म-रक्षा प्रणाली को मजबूती:

खसखस में मौजूद मिनरल्स और विटामिन्स आत्म-रक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान कर सकते हैं।

5. वजन नियंत्रण में सहारा:

खसखस की खासियत यह है कि यह बॉडी को भरपूर मात्रा में फाइबर प्रदान करता है, जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिलती है।

खसखस खाने के नुकसान

हालांकि खसखस के कई फायदे हैं, इसका अत्यधिक सेवन भी हानिकारक हो सकता है। यहां कुछ खसखस खाने के नुकसान हैं:

1. अत्यधिक सेवन से चक्कर आना:

अगर आप खसखस को अत्यधिक मात्रा में लेते हैं, तो यह आपको चक्कर आने का कारण हो सकता है। यह उत्तेजना का कारण बन सकता है और आपमें असहजता महसूस हो सकती है।

2. खुजली और त्वचा समस्याएं:

खसखस में प्राकृतिक रूप से मौजूद यौगिकें हो सकती हैं, जो किसी को एलर्जी या त्वचा समस्याओं का कारण बना सकती हैं। इसलिए, यदि आपकी त्वचा सुस्त या संवेदनशील है, तो सावधानीपूर्वक इसका सेवन करें।

3. प्रेग्नेंसी में सावधानी:

गर्भावस्था के दौरान खसखस का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। इसमें मौजूद यौगिकें गर्भावस्था के लिए सुरक्षित नहीं हो सकती हैं।

4. नकारात्मक प्रतिक्रियाएं:

कुछ लोगों को खसखस खाने से तत्पर नकारात्मक प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं, जैसे कि उच्चतम तेज़ाब उत्पन्न होना या दुर्बलता महसूस करना।

इस प्रकार, हमने देखा कि खसखस के सेवन से होने वाले फायदों के साथ-साथ इसके नुकसानों को भी ध्यान में रखना आवश्यक है। अब हम जानेंगे कि इसे सही तरीके से कैसे लें ताकि हमें इसके फायदे हों और नुकसान न हों।

सही तरीके से खसखस का सेवन

खसखस का सही सेवन करने के लिए यहां कुछ सुझाव हैं:

1. मात्रा का ध्यान रखें:

खसखस को बड़ी मात्रा में नहीं लेना चाहिए। एक दिन में एक छोटी-सी मात्रा काफी है।

2. बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानी:

बच्चों और गर्भवती महिलाओं को खसखस का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

3. प्राकृतिक रूप से खाएं:

संभावना है कि खसखस आपको बाजार में मिले जाने वाले प्रसंस्कृत रूप में मिलेगा, लेकिन प्राकृतिक रूप से प्राप्त करना हमेशा अच्छा है।

निष्कर्ष

खसखस का सेवन करने से पहले इसके फायदे और नुकसानों को समझना महत्वपूर्ण है। यह आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है, लेकिन सही मात्रा में और सावधानी से ही। हमेशा अगर कोई भी समस्या हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।

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