●मोत अंत नही है मोत तो नई शुरूआत है ।
क्यू की आपने मरने से पहल जैसे भी कर्म कीये होंगे वैसी ही आपकी गति मृत्यू के पस्चात होगी। आपने अपना पुरा जीवन धर्म की राह पर चल के, वेदों के अनुसार अच्छे कर्म करते हुए अपनी पुरी जिंदगी बिताई होगी तो आपको मोक्ष मिलेगा। मोक्ष यानी मुक्ति। जीवन मरण के चक्र से मुक्ति। वैसे मोक्ष एक अलग मुद्दा है जिसपर हम बाद में कबी चर्चा करेंगे। तो आपको आपके अच्छे कर्मो के अनुसार मोक्ष मिलेगा। आपने अच्छे कर्मो के साथ बुरे कर्म किए है तो उसके आधार पर आपको दुसरा जन्म मिलेगा और अगर आपने अच्छे कर्मो की तुलना में बुरे कर्म जादा किए है तो आपको निच योनिमे जन्म मिलेगा। ऐसे ही फिर से जीवन और मृत्यू का चक्र चलना शुरू हो जायेगा। इस से छुटने का एक ही उपाय है और वो है मोक्ष।
मृत्यु दो प्रकार की होती है। एक हे अकालमृत्यु और दूसरी हे स्वाभाविक मृत्यु।
अकालमृत्यु ■ अकाल मृत्यु उसे ही कहेते है जो वृद्धा अवस्था से पहेले होती है। उसके कारण कई हो सकते है जैसे की आत्महत्या, कोइ रोग के कारण, करंट लगने की वजह से ऐसे तो अनेकों कारण है। आज-कल हमारी आयु कम होने की एक वजह रासायनिक दवाओं से उतपन्न किया हुआ धान्य, सब्जीया ,फल वगैरा जो रोज प्रतिदिन हम खुद खा रहे है और अपने परिवार को भी यह जहर खीला रहे है। जिसकी वजह से हमे और हमारे परिवार को कई भयानक बीमारी या हो सकती है और ये बीमारी या मृत्यु का कारण भी बन सकती है।
स्वाभाविक मृत्यु ■ स्वाभाविक मृत्यु उसे कहेते है जो वृद्धावस्था के कारण हो। जिस मृत्यु का कोई कारण ना हो सिर्फ एक ही कारण हो जो है वृद्धावस्था। उसेही स्वाभाविक मृत्यु कहेते है। स्वाभाविक मृत्यु को या रोग मुक्त जीवन जिनके के लिए आप आयुर्वेद का सहारा ले सकते हैं। आयुर्वेद में बताया गया है कि क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, केसे खाना चाहिए, कितना खाना चाहिए, कब खाना चाहिए, किसी भी बीमारी का इलाज केसे और कब तक करना चाहिए वगैरा सारी बातें बताई गई है। आप आयुर्वेदको अपने जीवन से जोडके रोग मुक्त स्वस्थ शरीर के साथ अपना पुरा जीवन आनंद के साथ जि सकते है।
मृत्यु के बाद हर कोई समय के साथ आपको भूल जाएंगा। बस याद रहेगा तो सिर्फ आपके द्वारा दूसरों के लिए किए गए अच्छे काम। ये मायने नहीं रखता की कितने साल जीए पर ये मायने रखता है की कैसे जिए। इसी लिए भूतकाल को पिछे छोड़कर वर्तमान में जीए और भविष्य की चिंता न करे क्यू की आपके वर्तमान से ही आपका भविष्य बनता है।
🙏 आपका आभार 🙏