आप जानते हैं कि स्वस्थ जीवन का मूल्य हमारे जीवन में कितना होता है।
आपके जीवन मे चाहे कितने ही गोल क्यू ना हो और वो कितने ही बडे क्यू ना हो पर हमेशा आपका पहेला गोल स्वस्थ शरीर होना चाहिए। क्यू की स्वस्थ शरीर के बीना दुसरा कोइ गोल पुरा करना संभव नहीं है। अगर आप अडग मन वाले हे और आपने अपना गोल पुरा भी कर लिया तो भी क्या। क्यू कि कोइ अस्वस्थ व्यक्ति कभी भी खुश नहीं रह सकता। उसे अंदर ही अंदर पीडा होती रहती है।
॥●॥ स्वस्थ शरीर माने क्या?
स्वस्थ शरीर यानी आप निरोगी हो। आपकी मानसिक स्थिति ठीक हो। आपमे उर्जा स्तर ऊंचा हो ।उसेही हम स्वस्थ शरीर कह सकते है।अगर आपके शरीर की स्थिति ठीक हे पर मानसिक स्थिति ठीक नहीं है तो आप अस्वस्थ है ।
मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हमे हमेशा प्रयत्नशील रहेना चाहिए। मन की शांति के लिए हमे रोज सुबह ध्यान करना चाहिए। प्रार्थना भी कर सकते हैं। अच्छी-अच्छी किताबें पढ सकते हे सुन सकते है। हमेशा अच्छे लोगो के बिच रहेने से उनके विचारों से भि बहोत कुच सिखने को मिलता हे और उससे हमारी मानसिक स्थिति मजबूत होती है।
शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हम रोज व्यायाम, प्राणायम, योग वगैरा कर सकते हे और अपने शरीर को मजबूत और स्वस्थ रख सकते है। हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को अच्छा बनाये रखने मे हमारा भोजन मुख्य भूमिका निभाता है। इसी लिए हमे सोच समझकर खाना चाहिए। कब ,कितना और केसे खाना चाहिए ये भी हमे पता होना चाहिए। कईं लोग हे जो स्वाद की खातिर अपने स्वास्थ्यकी भी परवाह नहीं करते। जो मिले वो खा लेते है पर ऐसा नहीं होना चाहिए। हमे खाना खाने के लिए नहीं जिना चाहिए हमे जिने के लिए खाना चाहिए।
भोजन कब, क्या और कितना करना चाहिए इस के बारे मे जानना चाहते हैं तो आप आयुर्वेद के जरीये से जान सकते है।
कईं लोग हे जो अपने स्वास्थ्य को ऐहीमीयत न देकर पैसो को एहमियत देते है। पर वो लोग भुल जाते है की उनके स्वस्थ स्वास्थ्य के ही कारण वो मेहनत कर सकते है और पैसा कमा सकते है। अगर कभी कीसी रोग के कारण ये शरीर ही ना रहा तो उस पैसो का क्या करोगे।
इसी लिए हमेशा ध्यान, योग, व्यायाम, प्राणायम वगैरा करते रहे और खाने पिने मे ख़्याल रखे। वरना ऐसा ना हो कि बाद मे पछताना पड़े। इसी लिए स्वस्थ रहे मस्त रहे।
धन्यवाद
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