कौन है, जो हमें आगे बढ़ने से रोक सकता है। kon he jo hame Aage badhne se rok sakta he |

🔴हमें आगे बढ़ने से कौन रोक सकता है। कौन है, जो हमें आगे बढ़ने नहीं देगा। कौन है, जिस में इतनी ताकत है कि वह हमें रोक सके। तो आज हम मुद्दों पर चर्चा करेंगे।



🕊अच्छी आदतें


अच्छी आदतें ही आपको आगे बढ़ने में मदद करेगी। अगर आपको जीवन में सफल होना है। आगे बढ़ना है। नए नए दोस्त बनाना है। अच्छी बॉडी बनानी है। ढेर सारे पैसे कमाने हैं। तो यह सब सिर्फ अच्छी आदतों की बदौलत ही आपको हासिल हो सकता है। इसके लिए आपको कई कठिनाइयों का सामना करना होगा और आगे बढ़ना होगा। जब भी कभी आप कुछ अच्छा करने की कोशिश करोगे, जो आपके भविष्य के लिए बहुत ही फायदेमंद हो। पर उस काम को करने में अधिक परिश्रम की जरूरत होती है। तो वह काम को करने में आपको आलस्य आएगा। आपको ऐसा होने से रोकना है और उस कार्य को पूरे फोकस के साथ करना है।

ऐसे काम जो आपके लिए बहुत ही जरूरी है। वह आपसे नहीं हो पा रहे हैं। तो समझ लीजिएगा कि आपका खुद पर कंट्रोल नहीं है। यह छोटी-छोटी बातें ही आपको आगे बढ़ने में मदद करेंगी। इसीलिए हमेशा अच्छी-अच्छी छोटी-छोटी आदतों को अपने जीवन में अपनाते रहिएगा।

⭕️सुरक्षा घेरा


आपके आसपास एक सुरक्षा घेरा होता है। जिससे आपको निकलना बहुत ही कठिन लगता है। जैसे कि आपकी 7:00 बजे उठने की आदत है। आपको पता है कि सुबह उठने से आपकी कई अनगिनत फायदे हो सकते हैं, फिर भी आप सुबह जल्दी नहीं उठ पाते हैं। क्योंकि आप उस सुरक्षा घेरे को छोड़ना ही नहीं चाहते।  कभी कबार हमें पता होता है की पुस्तकें पढ़ना हमारे लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है, फिर भी हम पुस्तकें नहीं पढते, क्योंकि हमारी उसमें रुची नहीं होती।

सुरक्षा घेरा एक ऐसी जगह है। जिस से बाहर निकलना बहुत ही कठिन है और जो चला जाता है इस घेरे से बाहर वह कभी लौट कर पीछे नहीं देखता। आइए इसे एक उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं। अगर एक विद्यार्थी स्कूल के टाइम, उसके मन में अगर कोई प्रश्न उद्भव होता है पर वह दूसरे बच्चे क्या सोचेंगे यह सोच कर शिक्षक से उसका सवाल ही नहीं करता। उस वक्त अगर वह दूसरे बच्चों के बारे में न  सोचता और वह क्या कहेंगे, वह क्या सोचेंगे, इस बात की चिंता ना करता तो वह बच्चा कुछ नया सीख पाता। उसमें बोलने की हिम्मत आती है। पर उस समय उसे अपने सुरक्षा घेरे से बाहर निकलने में खतरा महसूस हो रहा था। इसीलिए वह नहीं कर पाया।

कुछ करने के लिए हमें अपने कंफर्ट जोन से बाहर आना ही पड़ता है। जब तक हम अपने कंफर्ट जोन से बाहर नहीं आएंगे। तब तक हम अपने अंदर कुछ अच्छे बदलाव नहीं कर पाएंगे।

🚫हमें कौन रोकता है


हमें आगे बढ़ने से इस दुनिया में सिर्फ एक ही इंसान रोक सकता है। वह है, हम खुद। क्योंकि जब कोई एक व्यक्ति अपने शरीर को मजबूत बनाने का सोचता है और वह जिम जाने का सोचता है। पर वह सुबह उठने में आलस दिखाता है। तो वह अपने शरीर को मजबूत नहीं बना पाएगा और जिम नहीं जा सकता। उसे किसी और ने नहीं रोका। उसे उसकी जात ने हीं रोक रखा है। जब तक हम अपने आप से लड़ेंगे नहीं, तब तक हम आगे नहीं बढ़ पाएंगे।

हमारा कंपटीशन किसी और से नहीं है, खुद से ही है। इसीलिए हमेशा अपने आपको को बेहतर बनाने की कोशिश करें। छोटे छोटे कदम लेते रहे। यही हमारे लिए फायदेमंद साबित होगा। छोटे-छोटे कदम ही आगे जाकर बड़े बदलाव में तब्दील होंगे।

जो व्यक्ति खुद से जीत जाता है। उसे दूसरों से जीतने की जरूरत नहीं पड़ती। माना कि खुद को बदलना आसान नहीं है पर सच मानो नामुमकिन भी नहीं है। जरूरत है तो सिर्फ अपने आप पर अटूट विश्वास की और परिश्रम की। जब भी आपका मन कोई ऐसी चीज करने से रोके। जो चीज आपके लिए करना बहुत ही जरूरी है। ऐसी चीज को आपके मन के रोकने के बावजूद भी आप करते हैं। तो उसका मतलब है कि, आप खुद पर नियंत्रण कर रहे हैं और अगर आप आपके मन की बात को मान कर खुद को उस कार्य को करने से रोकते हैं। तो समझ लीजिएगा कि आपके ऊपर आपके मन का नियंत्रण है।

||धन्यवाद||

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