हमें गुस्सा क्यु आता है | उसे कंट्रोल कैसे करें | Hame gussa kyu Aata he | use control kese kare |

आज के समय में लोगों में गुस्सा देखा जाना बहुत ही सामान्य बात बन गई है। पर क्या इस गुस्से को हम नियंत्रित कर सकते हैं? तो आज हम इस विषय पर चर्चा करेंगे।

गुस्सा क्या है…

गुस्सा एक ऐसी आग है। जो आपको और आपके साथ रहने वालों को जलाकर खाक कर देती है। गुस्सा एक ऐसी आदत है जिस पर अगर नियंत्रण नहीं पाया जाए तो यह आपके जीवन को नर्क बना देता है। आपने देखा होगा कई लोग इस गुस्से के शिकार होते हैं और इस गुस्से के ही कारण उनके रिश्ते कई लोगों से खराब हो जाते हैं। गुस्सा एक खराब लत जैसा है। जिस से आसानी से पीछा नहीं छूटता। परा इसे हम नियंत्रण में लाकर कम कर सकते हैं और धीरे-धीरे इसे खत्म कर सकते हैं। तो आज हम गुस्से को कैसे नियंत्रण में लाए और गुस्सा क्यु आता है। इसके बारे में चर्चा करेंगे।

आखिर हमें गुस्सा क्यों आता है…

आज के समय में लोगों में गुस्सा देखा जाना वह आम बात हो गया है। काफी लोग इस बुरी आदत के शिकार है। हम सब यह तो जानते कि हमें गुस्सा आ रहा है पर हम इस बात पर कभी ध्यान नहीं देते कि आखिर हमें गुस्सा क्यों आ रहा है। अगर आप इस बात को अपने आपसे पूछेंगे तो पता चलेगा कि जब भी कोई हमारी विचारधारा से कुछ  अलग कहता है तो हमारे अंदर गुस्सा पनपने लगता है। अगर कोई व्यक्ति हम जिस बात में विश्वास रखते हैं। उस बात के विरुद्ध या हमारी कोई मान्यता के विरुद्ध अगर कुछ भी कहता है, तो हमें गुस्सा आने लगता है। या तो कोई व्यक्ति हमारी अपेक्षा से विरुद्ध कुछ कार्य करता है, तब हमें गुस्सा आता है।

इसे एक उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं। आप जिस धर्म के है, जिस धर्म में आप आस्था रखते है, अगर कोई व्यक्ति आपकी आस्था को ठेस पहुंचाए, आपके धर्म के विरुद्ध कुछ भी अपशब्द कहे। तो स्वाभाविक है की आपको गुस्सा आएगा। यह में एक उदाहरण के तौर पर ले रहा हूं यहां पर। हमें देखने को मिला कि हमारी जो मान्यता है। हमारी जो विचारधारा है। उससे अगर हम कुछ विरुद्ध सुनते हैं तो हमारे अंदर गुस्सा उत्पन्न होने लगता है और हम उस व्यक्ति पर अपना गुस्सा, अपनी भड़ास निकालने लगते हैं।

गुस्सा या क्रोध करने के नुकसान…

जिस व्यक्ति को अधिक गुस्सा आता है। वह व्यक्ति कभी भी शारीरिक तौर पर या फिर मानसिक तौर पर खुश नहीं रह सकता। क्योंकि जब व्यक्ति को गुस्सा नहीं आता, तब भी वह दुखी होता है, जब गुस्सा आ रहा होता है तब भी वह दुखी हो रहा होता है और जब वह गुस्सा ठंडा होने के बाद भी दुखी ही रहता है। यह बात मैं आपको समझाने की कोशिश करता हूं। जब हम गुस्सा होते हैं, उससे पहले कुछ ऐसी घटना हुई होती है, जिससे हमें दुख पहुंचा हो, इसीलिए गुस्सा होने से पहले भी हम दुखी होते हैं। जब हम क्रोधित होते हैं तब भी हम दुख को ही प्राप्त करते हैं और जब हमारा गुस्सा शांत हो जाता है। तब भी हम दुखी होते हैं। क्योंकि गुस्से के कारण हमने दूसरे सामने वाले व्यक्ति को कुछ ऐसी बातें बोल दी होती है, जो हमें नहीं बोलने चाहिए थी। ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया होता है जो हमें किसी के लिए इस्तेमाल नहीं करने चाहिए। बाद में उस बात का हमें दुख होता है।

इसीलिए गुस्सा होने वाला व्यक्ति हर समय दुख को भी प्राप्त करता है। गुस्सा होने से हमारी मानसिक स्थिति में भी कई हद तक बदलाव देखने को मिलते हैं। जो आपके लिए बहुत ही नुकसान दाई साबित होते हैं। गुस्सा हमारी सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक है। गुस्सा होने के कारण हमारे आसपास के सभी लोग हमसे खफा रहते हैं। हम से दूर रहने की कोशिश करते हैं। गुस्सा होने के कारण हमारे सामाजिक रिश्तो में भी कई बार दरार देखने को मिलती है।

गुस्से को नियंत्रित करने के उपाय

  • जब भी आपको गुस्सा आए तब किसी से कुछ भी ना कहें चुप ही रहने की कोशिश करे।
  • किसी से भी किसी बात की अपेक्षा ना रखें। क्योंकि हमारी अपेक्षा पूरी नहीं होती तभी हमें गुस्सा आता है।
  • सुबह शांत वातावरण में ध्यान करने की कोशिश करें। यह आपको आपके ऊपर नियंत्रण लाने में सहाय करेगा।
  • ऐसी चीजें ना खाएं जो तामसी हो। जैसे प्याज, लहसुन, ज्यादा तीखा खाना, ज्यादा मसालेदार खाना।
  • जब भी आपको गुस्सा आए तब एकांत में चला जाए। जिससे आप गुस्सा होने के बाद होने वाले पछतावे से बच सकते हैं। क्योंकि आपको ही पता नहीं होगा कि आप गुस्से में सामने वाले व्यक्ति से क्या बोल रहे है।
  • जब भी आपको गुस्सा आए। तब अपने विचार को बदलने की कोशिश करें। किसी ओर अच्छी घटना के बारे में सोचें।

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