मर्द किसे कहते हैं? मर्द कौन है? मर्द क्यों है?इस तरह के सभी सवालों के जवाब आपको मालूम होने जरूरी है और मैं यह मानता हूं मैंने लिखा है
असली मर्द किसे कहते हैं – asli mard kise kahate hain
मर्द का अर्थ
मर्द इस शब्द के अर्थ को हम सब ने गलत ले लिया है। हम सब का मानना है कि मर्द वह होता है। जो कड़क मिजाज का हो। जिसे कभी कुछ ना होता हो। जो सब कुछ सह सकता हो। यह सब हमें हमारे बॉलीवुड की फिल्मों की देन है। रील की दुनिया से बाहर निकलकर रियल दुनिया में जब देखते हैं तो ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिलता।
मैंने एक लाइन बहुत सुन रखी है। शायद आपने भी सुन रखी होगी कि मर्द को दर्द नहीं होता। क्या यह बात सच है? क्यों भाई क्या मर्द में फीलिंग नहीं होती। उसे भी दर्द होता है उसे भी दुख लगता है और वह चाहे शारीरिक हो या फिर किसी ने दिल दुखाया हो या फिर विश्वास तोड़ा हो। हां मानता हूं कि हम सब कुछ बोले बिना ही सह लेते हैं। पर इसका मतलब यह नहीं है कि दर्द नहीं होता दुख नहीं नहीं होता। सिर्फ दिखाते नहीं है।
आजकल के युवा वर्ग में एक धारणा बन गई है कि मर्द तो वह होता है। जो लड़कियों को घुमाता हो,गुंडागर्दी करता हो,गाली बकता हो, दूसरों का मजाक उड़ाता हो,कुल बनके घूमता हो…..वगेरे वगेरे। पर क्या सच में इसे ही आप असली मर्द कहते हैं? असली मर्द यह सब करने वाला नहीं बल्कि असली मर्द तो वह है जो लड़कियों की इज्जत करना जानता हो,गुंडागर्दी नहीं पर सच का साथ देने वाला और गलत को गलत कहने की हिम्मत रखने वाला होता है। असली मर्द दूसरों की इज्जत करना जानता है। दूसरों की भावनाओं के साथ खेलना मर्द का काम नहीं है।
मर्द कौन है? – Mard kon hain ?
आपको असली मर्द ही देखना है। तो इतिहास को खोल कर देख लो जिसमें वीर शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, जोगीदास खुमान, भगतसिंह, श्री राजीव दीक्षितजी, राम प्रसाद बिस्मिलजी, सरदार वल्लभभाई पटेल और इससे भी आगे जाकर देखोगे तो श्री कृष्णाजी ,श्री रामजी, श्री हनुमानजी ऐसे तो कई महान पुरुषों से हमारा इतिहास भरा पड़ा हुआ है।
मर्द क्या है?
असली मर्द वह नहीं जो दूसरों को नीचा दिखाता हो, दूसरों को धमका ता हो, दूसरों को डराता हो। असली मर्द तो वह है जो निर्बल की रक्षा करता हो, सच के लिए अपनी आवाज उठाता हो, अपने देश के लिए, अपने धर्म के लिए जो अपना सब कुछ बलिदान करने को तैयार रहता है उसे ही सच्चा मर्द कहा जाता है।