जो जैसा है उसे वैसा ही जानने को ज्ञान कहा जाता है। मे यहा पे स्कुल मे दिये जाने वाले ज्ञान की बात नही कर रहा। ज्ञान यानी ऐसा सत्य जो हमारे होने से पहेले भी था और हमारे जाने के बाद भी रहेगा। उसे ही सच्चे मायनो मे सच्चा ज्ञान कह सकते है। सच्चे मायने मे ज्ञान वो है जो हमे जिवन के सफर मे पल पल डगर डगर पर काम आए।
■ महत्व।
आज तुम अपने करियर मे जहा भी हो वो अपने ज्ञान की वजह से हो और आगे भी जहा तक पहुंच पाओगे वो तुम्हारे ज्ञान की बदोलत ही पोहच पाओगे। दुनिया के उच्चतम 10 अमीर लोगो मे एक सामान्य आदत देखी जाती है की उनको जहा कही से भी कूछ सिखने को मिलता है तो वो हमेसा कुछ नया सिखने को तैयार रहेते है। वो हमेसा कुछ ना कुछ नया सिखते रहेते है और अपने ज्ञान मे बढोत्तरी करते रहते है। उन सब मे एक सामान्य आदत होती है वह यह है की उन सबको पुस्तके पढ़ने की आदत होती है। इसलिए वो लोग इसके लिए हररोज अपने किमती समय मे से समय निकाल ते है। किसी महान व्यक्तिने कहा है की आपके पास से आपका सब कुछ चोरी कीया जा सकता है पर आपका ज्ञान आपसे कोई चोरी नही कर सकता। इसी लिए अपने ज्ञान मे बढ़ोत्तरी करते रहीए।
आज जो आप है उससे कल बेहतर बनने की कोशिश करे। जैसे जैसे आप अधिक ज्ञान प्राप्त करेंगे वैसे वैसे आपको आपके अंदर और आपके जीवन के अंदर बदलाव देखने को मिलेगा। ज्ञान आपको अंदर से मजबूत करने का काम करेगा। निष्फलता का साम्ना करना और सफलता मे टिके रहना सिखायेगा। खुद मे बदलाव करने के लिए आप जितना जादा ज्ञान प्राप्त करेंगे उतनी ही आपकी मानसिक मनःस्थिति मजबूत होगी। आप किसी भी क्षेत्र मे आगे बढना जाहते है तो आपके पास उस क्षेत्र के बारे मे महत्वपूर्ण ज्ञान होना चाहिए।
■ मेरे नजरिए से ज्ञान के दो प्रकार होते है।
(1) सच्चा(सत्य) ज्ञान
(2) झूठा(असत्य) ज्ञान
¤ सत्य ज्ञान ¤
॥●॥ जो जैसा है उसे वैसा ही बताया गया हो दिखाया गया हो और उसे वैसा ही जाना गया हो उसे ही सच्चा ज्ञान कहा जा सकता है। सच्चा ज्ञान आपको सत्य की राह पर चलना सिखाता है। वो आपको मुश्किल परिस्थिती मे परिस्थिती से लडना सिखाता है।
¤ असत्य ज्ञान ¤
॥●॥असत्य ज्ञान वो है जो सत्य से विपरीत है।
■ अंत।
हमे हर समय ज्ञान प्राप्त करते रहेना चाहिए। किसी भी चीज, वस्तु, व्यक्ति या किसी भी परिस्थिति से हमे कुछ ना कुछ सिखने को मिलता है। जीस से हमे जीवन मे आगे बढने मे मदद मिलती है। अपने ज्ञान को बढाने का सबसे उत्तम रास्ता पुस्तके पढना है। आप को जब भी मोका मिले जब भी समय मीले तब आप उसका उपयोग पुस्तक पढने के लिए कर सकते है और अपने ज्ञान मे बढ़ोत्तरी कर सकते है।
🙏 ॥●॥ धन्यवाद ॥●॥ 🙏