जो दिखता है वही बिकता है: ऐसा क्यों कहा जाता है-क्या दिखावा करना जरूरी है

जो दिखता है वही बिकता है !

आज के समय की दुनिया दिखावे की दुनिया है। यहां पर जो दिखता है, वही बिकता है। और जो व्यक्ति वस्तु का गुण अधिक हो, पर वह बाहर नहीं दिखाई देता, तो फिर उस वस्तु की कोई कीमत नहीं रहती संसार में। और जिस व्यक्ति में किसी भी प्रकार के अच्छे गुण नहीं हों, फिर भी वह व्यक्ति अच्छा होने का ढोंग करे, तो आज के समय में लोग तुरंत उसकी बातों में आ जाते हैं और उसकी वाहवाही करने लगते हैं। पर यह ज्यादा देर तक नहीं टिकता, तो आज हम इसके फायदे और नुकसान के बारे में बात करेंगे।

जो दिखता है वही बिकता है: ऐसा क्यों कहा जाता है-क्या दिखावा करना जरूरी है

दिखावे की दुनिया

आज के समाज में लोग एक दूसरे से खुद को बेहतर दिखाना चाहते हैं और वे नहीं जानते कि इस दुनिया में सभी व्यक्ति एक दूसरे से या तो बेहतर होते हैं या निम्न होते हैं। इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति किसी से भी सर्वश्रेष्ठ नहीं है, क्योंकि अगर कोई व्यक्ति किसी निम्न व्यक्ति से अच्छा दिखने में समर्थ होता है, तो उससे भी अच्छा दिखने वाले लोग इस दुनिया में रहते हैं। इसलिए इस दुनिया में कोई नंबर एक का स्थान हासिल नहीं कर सकता, तो फिर यह दिखावा क्यों करना मित्रों?

पर यह बात भी सच है कि जो व्यक्ति या फिर वस्तु दिखने में या फिर दिखावा नहीं करती है, वह वस्तु और वह व्यक्ति आज के समय में कहीं नहीं चलते। मैंने यदि किसी व्यक्ति के पास बहुत धन है और वह व्यक्ति किसी को यह बताने चलने देगी कि उसके पास कितना धन है और साधारण जीवन बिताए, तो बहुत ही कम चांस है कि उसके बहुत ज्यादा दोस्त होंगे। क्योंकि ऐसे लोगों के पास जिनके पास धन नहीं होता या किसी प्रकार का कौशल्य नहीं होता है, उनके पास जाने की इच्छा बहुत कम होती है। लोग वहीं जाना पसंद करते हैं जहां दिखावा करने वाले लोग होते हैं, जो कि बहुत कम पैसे होने के बावजूद अधिक पैसे होने का दिखावा करते हैं। ऐसे लोगों के साथ रहना बहुत अच्छा लगता है।

दिखावा से होने वाले नुकसान

इस दिखाई कि दुनिया में, यदि आप बहुत ही धनवान व्यक्ति हों या फिर धनवान नहीं थे पहले पर अब बने हों, तो अब जो लोग आपके पास आएंगे वे आपके स्वभाव को देखकर नहीं आएंगे। वे आपके पास कितना धन है, आप कैसे जीवन जी रहे हैं यह सब देखकर आते हैं। यह देखकर जो व्यक्ति आपका दोस्त या फिर रिश्तेदार बने, वह व्यक्ति आपके धन के जाने के बाद आपके पद के जाने के बाद फिर से वापस चला जाता है, क्योंकि उसको आप से नहीं, आपके पैसे से और आपके पद से मतलब था।

आज के समय में बहुत ही कम लोग होते हैं जो निस्वार्थ होते हैं जो किसी दूसरे के साथ जोड़ते हैं, तो अपना स्वार्थ देखकर दही जोड़ते हैं। वाह, इंसानियत! व्यक्ति का व्यक्तित्व उसमें रहने वाले गुण और उसके लक्षण हवाओं कैसे हैं, यह सब देखकर ही संबंध बनाते हैं। और ऐसा संबंध चाहे आपके पास कैसी भी परिस्थिति क्यों ना आए, फिर भी आपका साथ नहीं छोड़ते। ऐसे लोग तो हमेशा ऐसे लोगों को ही साथ में रखें जो आपके पैसे और पद को देखकर आपके पास ना आए हों, वे आपको और आपके अंदर रहने वाले गुण और स्वभाव को देखकर आपके साथ रहने वाले होने चाहिए।

दिखावे के फायदे

जी, आपने सही पढ़ा है, कभी-कभी दिखावे के फायदे भी होते हैं, जैसे कि आपके पास अधिक मात्रा में धन हो, आप धनवान होने का ढोंग करें, यानी अच्छे-अच्छे कपड़े पहनें, अच्छी-अच्छी बाइक में फिरें, अच्छी-अच्छी गाड़ी लेकर को। मैं तो जो लोग आपको पहले बुलाते नहीं थे, वही लोग सामने से आकर आपको बुलाएंगे। परंतु इसमें भी आपका ही नुकसान है क्योंकि दिखावा करने में आपका धन और समय दोनों बर्बाद हो सकते हैं। इसीलिए दिखावे की दुनिया को छोड़कर असलियत, ज्ञान और सत्य की ओर आगे बढ़ना चाहिए।

आज के समय में भीखाराम बात हो गई है, और अगर आप दिखावा नहीं करें और शायद लोग आपको बुलाना भी छोड़ दिया, परंतु मेरा तो यह मानना है कि जो लोग दिखावा देख कर बुलाते हैं, उनसे तो बेहतर यह है कि वह लोग हमें बुलाएं ना, क्योंकि वह समय और परिस्थिति देखकर हमारा साथ कभी ना कभी छोड़ ही देते हैं। वह हमारे साथ रहते हैं, उसमें भी उनका ही स्वार्थ होता है। इसीलिए दिखावे करके दुनिया से बाहर आएं और घूमकर स्वभाव देखकर ही किसी व्यक्ति के साथ संबंध बनाएं, क्योंकि ऐसा व्यक्ति इसके गुण, कर्म और स्वभाव में अच्छा होता है। वह व्यक्ति कभी भी आपका साथ नहीं छोड़ेगा।

दिखावे की दुनिया से बाहर निकलकर सत्य की दुनिया में जिएं और वास्तविकता को जानकर ही किसी को अपना दोस्त या फिर अपना रिश्तेदार अपना गुरु बनाएं। धन्यवाद।

FAQ’s

1: “जो दिखता है वही बिकता है” कहा जाने का अर्थ क्या है?

 “जो दिखता है वही बिकता है” यह कहावत व्यापार और विपणन के संदर्भ में उपयोग होती है। इसका मतलब है कि अगर किसी उत्पाद या सेवा की प्रदर्शन अच्छी होती है और उसे अच्छी तरह से प्रदर्शित किया जाता है, तो लोग उसे आकर्षित होते हैं और इसे खरीदने की प्रवृत्ति दिखाते हैं।

2: क्या दिखावा करना वास्तव में जरूरी है?

 दिखावा करने का अर्थ है कि कोई चीज या व्यक्ति अपनी बाहरी रूप में आकर्षक और प्रभावशाली दिखाए जाते हैं। दिखावा करना किसी व्यापारिक या सामाजिक संदर्भ में जरूरी हो सकता है, क्योंकि लोग अक्सर उसे जानकार और खरीदारी के निर्णय के लिए दृष्टिगोचर करते हैं। हालांकि, दिखावा कर

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