क्या धर्म के लिए हिंसा करना उचित है। Kya dharm ke liye hinsa karna uchit he |

⭕️क्या धर्म के नाम पर हिंसा करना सही है। क्या सच में धर्म हमें हिंसा करना सिखाता है। तो आज हम इस टॉपिक पर चर्चा करेंगे।



✨️धर्म क्या कहता है हिंसा के बारे में…

आज के समय में अधिकांश लोग, हम जहां भी देखे वहां पर धर्म के नाम पर इंसा करते देखने को मिलते हैं। आज के समय में जो आतंकवादी है। वह भी धर्म का सहारा लेकर ही आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। उनका कहना है कि, यह सब उनका धर्म उन्हें सिखाता है। उनका कहना है की, उनके धर्म में ऐसा लिखा हुआ है। पर क्या यह सच है। यह जानने के लिए हमें उनके धर्म की पुस्तक पढ़नी होगी। तब जाकर ही हमें सच का पता चल सकता है। कि सच में उनके धर्म में ऐसी बात कही गई है।

कई लोग यह भी कहते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। पर आतंकवादी खुद चिल्ला चिल्ला कर कहते हैं, कि उनका धर्म क्या है। अगर मैं कहूं कि इस धर्मों में ऐसा लिखा है। तो शायद कोई माने या ना भी माने, पर आप खुद उनके धर्म की धर्म पुस्तक को पढ़ेंगे तो आपको पता चलेगा कि उनके धर्म की धर्म पुस्तक में मानव जाति के लिए क्या-क्या लिखा हुआ है। जो लोग उनके धर्म में नहीं मानते उनका क्या हश्र करने को कहा गया है। यह सब आपको उनके धर्म की पुस्तक पढ़ने के बाद ही पता चलेगा। आज के समय में कई ऐसे भी लोग हैं, जो आप को गुमराह करने की कोशिश करेंगे पर आपको ना तो मेरी बातों में आना है, ना तो उनकी बातों में आना है। आपको आपका कीमती समय निकालकर उनकी धर्म पुस्तक को पढना है और स्वयं ही निर्णय करना है कि कौन सच्चा है और कौन झूठा है।

सच्चा धर्म हमें कभी भी इंसा करना नहीं सिखाता। सच्चा धर्म हमें दूसरों के प्रति दयाभाव, नम्रता और हृदय पूर्वक दूसरों की कदर करना सिखाता है।

✨️क्या धर्म के लिए ऐसा करना जरूरी है…

पहले तो हमें यह समझना होगा कि, हम धर्म की व्याख्या क्या करते हैं। कई लोग जो धर्म के नाम पर हिंसा करते हैं और बेजुबान जानवरों को को तो मारते है। साथ में मानव जाति के भी दुश्मन बन जाते हैं। सच्चा धर्म यह सब कभी नहीं सिखाता। सच्चा धर्म हमेशा सच की राह पर चलना और अहिंसा को अपनाना ही सिखाता है। कभी कबार धर्म के लिए नहीं परंतु सच के लिए, नारी की रक्षा के लिए, खुद की रक्षा के लिए, बेजुबान हो की रक्षा के लिए शस्त्र उठाने को कहता है। हिंसा करने की आज्ञा देता है। पर सच्चा धर्म कभी दूसरों को बेवजह हानि पहुंचाना नहीं सिखाता।

✨️क्या सत्य के लिए हिंसा करना गलत है…

बिल्कुल नहीं, सत्य के लिए हिंसा करने में कोई बुराई नहीं है। सत्य माने क्या, सत्य माने स्त्री की रक्षा, बेजुबान जानवरों की रक्षा, बेजुबा पक्षियों की रक्षा, निर्बल लोगों की रक्षा, सत्यवादी लोगों की रक्षा करते समय हिंसा करना उचित कहा गया है। अत्याचारी लोगों के साथ हिंसा करने में कोई भी बुराई नहीं है। पर यह बात याद रखना कि आप की लड़ाई सच के लिए होनी चाहिए। सच के खिलाफ नहीं। आप में इतनी हिम्मत होनी चाहिए कि आप सच को सच कह सके और गलत को गलत कह सके।


✨️सारांश

धर्म के लिए हिंसा करने से पहले आपको धर्म क्या है। यह जानना बहुत आवश्यक है। तो पहले धर्म क्या है, वह जाने। धर्म कभी अधर्म और असत्य के लिए हिंसा करना नहीं कहता। धर्म हमेशा सत्य के लिए हिंसा करने की आज्ञा देता है। इतना याद रखना।

।।धन्यवाद।।

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