●वेसे तो पैसा ऐसी चीज है जो सबंध बना बी सकता है ओर बिगाड बी सकता है। पैसो की जरुरत जीवन में इतनी ही हे जितनी गाड़ी मे पेट्रोल की। कोइ कहेता हे की पैसा हाथो का मेल है। तो कोइ कहेता है की पैसा कमाना बहोत ही कठिन है।
पैसा भाई को भाई से लडवा ता है। दो मित्रों के बीच दिवार बनता है। ऐसा नहीं है कि सबंध बिगाडताही हे पैसो से नए सबंध बन बी सकते है। अगर आप पैसे वाले है तो आपके नये नये दोस्त बनेंगे नये रिस्ते बनेंगे। मे यह नहीं कह रहा की हर रिस्ता पैसो की वजेशे ही होता है कुच रिस्ते भावनाओ से होते हे। वो हालात के हिसाब से नही बदलते।
जीवन मे पैसो की ऐहीमीयत कितनी होती है? सायद उतनी ही जितनी आपकी जरुरत हो। अब कुच लोग कहेंगे की उनकी जरुरते बहोत बडी है। मे उनसे कहूँगा की जरुरते कबी बडी नही होती इच्छाएं बडी होती हैं। मे आपको एक उदाहरण देता हु। समझलीजीए की आपको गाड़ीकी जरुरत है। आपको गाडी खरीदनी है ओर आपने BMW खरीदी है। यहा पर गाड़ी लेना आपकी जरुरत हो सकती है पर BMW आपकी इच्छा है ।
पैसा कमाना कोइ बुरी बात नहीं है। पैसा कमाना वो तो एक कला है। जो हर किसी के पास नहीं होती।पैसा कमाना कोइ बडी बात बी नही है। पर आप उस पैसो का कहा उपयोग करते है वो बडी बात है।
॥●॥ हो सके तो जिसको आपसे जादा पैसोकी जरुरत हो। उनकी मदद जरुर कीजिए गा।
🙏धन्यवाद🙏